मिथुन राशि (Gemini) (क, की, कु, घ, ङ, छ, के, को, ह) 

जनवरी – तारीख 16 तक शनि की ढैय्या का प्रभाव रहने से कार्य-व्यवसाय में संघर्ष अधिक रहेगा, परन्तु बुध की स्वगृही दृष्टि रहने से पुरुषार्थ एवं उद्यम में वृद्धि, संघर्ष के बावजूद आय के साधन बनते रहेंगे। परिवार में कुछ भ्रामक धारणाओं से व्यर्थ की उलझनें उत्पन्न होगी

फरवरी- तारीख 7 से 27 तक संचार करने से व्यवसाय में भागदौड़ एवं खर्च अधिक रहेंगे। स्वास्थ्य में विकार का भय है। किसी निकट-बन्धु से मतान्तर हो । आर्थिक परिस्थितियां अनिश्चित रहेंगी।

मार्च – इस मास बुध अस्त परन्तु तारीख 16 तक भाग्यस्थ रहने से भाग्योन्नति तथा उ प्रतिष्ठित लोगों के साथ सम्पर्क बनेंगे तारीख 16 से बुध नीचस्थ होने से स्वास्थ्य हानि नेगा। पारिवारिक मानसिक तनाव, बनते कामों में विघ्न तथा अपने भी परायों जैसा व्यवहार करेंगे।

अप्रैल-मासारम्भ से ही बुध लाभ स्थान में राहु युक्त होने से पराक्रम में वृद्धि, परन्तु व्यर्थ की भागदौड़ रहेगी। व्यापार को बढ़ाने में मित्रों और सम्बन्धियों का सहयोग प्राप्त होगा। तारीख 21 से बुध वक्री होने से स्वास्थ्य नर्म और अति महत्त्वपूर्ण कार्य के लिए भागदौड़ होगी।

मई – पूर्वाद्ध में व्यर्थ की चिन्ता और कार्य-विलम्ब होने के योग हैं। अत्यधिक कठिनाई से निर्वाह योग्य धन प्राप्त होगा। तारीख 15 से बुध मार्गी होने से पुरुषार्थ द्वारा उन्नति व लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। उच्च-प्रतिष्ठित व्यक्तियों के सम्पर्क साधनों से मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि और पारिवारिक व राजकीय कार्यों में सफलता मिलेगी।

जून- तारीख 7 से 23 जून तक बुध द्वादशस्थ होने से कार्य-व्यवसाय सम्बन्धी दौड़-धूप अधिक होगी, धन के खर्च भी अधिक होंगे। तारीख 24 से बुध स्वराशि (मिथुन) में होने से वाहन एवं मनोरंजन आदि कार्यों पर खर्च विशेष होंगे। किसी प्रियबन्धु से मुलाकात हो

जुलाई- मासारम्भ में भूमि वाहनादि के क्रय-विक्रय की योजना बनेगी। तारीख 8 केपश्चात् आवास व रहन-सहन में परिवर्तन करना आवश्यक रहेगा। गुप्त शत्रुओं से सावधानी बरतें तथा स्वास्थ्य का भी विशेष ध्यान रखें। तारीख 17 से पुरुषोत्तम माहात्म्य का पाठ करें।

अगस्त- अनेक बाधाओं के बावजूद कामकाज में प्रगति होगी। वृथा यात्रा की परेशानी | होगी। मानसिक तनाव व क्रोध की भावना अधिक रहेगी। किसी निकट बन्धु से तनाव और विरोध पैदा होगा। शरीर कष्ट और व्यर्थ का अपव्यय होगा।

सितम्बर- क्रोध एवं उत्तेजना से कोई बना हुआ कार्य बिगड़ने के योग हैं। आर्थिक उलझनों के कारण मन में तनाव व चिन्ताएं रहेंगी। तारीख 16 से बुध मार्गी होने से मानसिक तनाव से मुक्ति, उन्नति के अवसर मिलेंगे, परन्तु पारिवारिक व्यस्तता के कारण विशेष लाभ नहीं होगा।

अक्तूबर- मासारम्भ से ही बुध उच्चस्थ होने से अकस्मात् धन-लाभ होगा, भाई- बन्धुओं के सहयोग से कुछ बिगड़े कार्यों में सुधार होगा, तारीख 18 से बुध पंचमस्थ केतु युक्त होने से अकस्मात् किसी कार्य में विलम्ब से क्रोध एवं उत्तेजना बढ़ेंगी।

नवम्बर- उलझनों के बावजूद पराक्रम में वृद्धि होगी। जमीन-जायदाद सम्बन्धी समस्याएँ। उत्पन्न होंगी। आर्थिक कार्यों में विघ्न होने पर भी गुजारे योग्य आय के साधन बनते रहेंगे। प्रिय बन्धु से मुलाकात, शुभ एवं धार्मिक कार्यों सम्बन्धी विशेष विचार-विमर्श होगा।

दिसम्बर- मासारम्भ से ही बुध की स्वगृही दृष्टि रहने से धन प्राप्ति के साधन बढ़ेंगे। प्रयास एवं प्रयत्न करने से उन्नति व लाभ के आसार बढ़ेंगे। तारीख 13 से विभिन्न आर्थिक योजनाओं को क्रियान्वित करने में परेशानी व विलम्ब से मानसिक तनाव रहेगा।

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