सिंह राशि (Leo) (, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

 

जनवरी मासारम्भ में सूर्य पंचम में होने से कार्यक्षेत्र में कुछ नवीन योजनाएँ बनेंगी। लेकिन धन स्थान में केतु होने से आर्थिक परेशानियों का सामना रहेगा। क्रोधावेश के कारण धन हानि के योग हैं। शनि की दृष्टि होने से घरेलु उलझनों के कारण तनाव रहे। मकर संक्रान्ति को पुस्तक, गर्म वस्त्र का दान करें।

 

फस्वरी मास के पूर्वार्द्ध में राशिस्वामी सूर्य छटे स्थान में संचरित है परन्तु सिंह राशि पर शनि की दृष्टि होने से बनते कामों में अड़चन होंगी। मानसिक तनाव तथा खर्च भी अधिक रहेंगे। ता. 12 से सूर्य की स्वगृही दृष्टि होने से मान-सम्मान में वृद्धि तथा धन लाभ हो।

 

मार्च पूर्वार्द्ध में सूर्य की स्वगृही दृष्टि से उच्च प्रतिष्ठित मित्रों के साथ सम्पर्क बनेंगे। उत्तरार्द्ध में निर्वाह योग्य आय के साधन बनते रहेंगे। शनि की दृष्टि रहने से धन लाभ अल्प तथा अज्ञात भय रहे।

 

अप्रैल राशिस्वामी सूर्य अष्टम भाव में बुभ शनि-राहु आदि ग्रहों के साथ तथा शनि की वैय्या का अशुभ प्रभाव प्रारम्भ होने से धन लाभ एवं बनते कामों में विप्न बाधाएँ होगी। स्वास्थ्य में विकार तथा वृथा खर्च बढ़ेंगे। ता. 13 से सूर्य भाग्यस्थान में होने से निर्वाह योग्य आय के साधन बनेंगे। वैशाख संक्रान्ति से प्रतिदिन वैशाख माहात्म्य का पाठ करें।

 

मई मासारम्भ में सूर्य भाग्यस्थान में होने से बिगड़े कार्यों में सुधार होगा। धन लाभ व उन्नति के अवसर प्राप्त होंगे। पारिवारिक मुख में वृद्धि होगी। किसी शुभ कार्य पर धन खर्च होगा। परन्तु शनि की वैय्या के कारण गुप्त चिन्ता व तनाव रहेगा। भलाई करने पर भीबुराई मिलेगी। आकस्मिक खर्च अधिक होंगे।

 

जून केतु के संचार के कारण घरेलु एवं व्यवसायिक परेशानियों के कारण गुप्त चिन्ताएँ रहे। अपने भी परायों जैसा व्यवहार करेंगे। ता. 6 से मंगल का संचार भी इस राशि पर होने से क्रोध एवं उत्तेजना के कारण कोई कार्य बिगड़ सकता है। उपाय-काले कुत्ते को प्रतिदिन दूध रोटी डालें।

 

जुलाई मासारम्भ में खर्च अधिक होंगे, कार्य-व्यस्तताएं भी रहेंगी। प्रत्येक कार्य विलम्ब के साथ सम्पन्न होगा। व्यर्थ की चिन्ताएं एवं स्वास्थ्य भी नर्म रहे। किसी प्रिय व्यक्ति से धोखा मिलने के संकेत हैं, सावधानी बरतें।

 

अगस्त पूर्वार्द्ध में सूर्य द्वादशस्थ होने से आशा के विपरीत खर्च अधिक होंगे। स्वास्थ्य में गड़बड़, तनाव एवं घरेलु उलझनें बढ़ेगी। ता. 16 से सूर्य संचार करने से दैनिक कार्यों एवं सरकारी क्षेत्र में रुके हुए कार्यों में प्रगति होगी।

 

सितम्बर सूर्य स्वराशिगत होने से कुछ बिगड़े कामों में सुधार एवं आय के साधनों में वृद्धि होगी। किसी नवीन कार्यक्षेत्र में धन का निवेश करने की योजना भी बनेगी। आय के साधनों में वृद्धि के साथ-साथ खर्च अधिक होगा ।केतु संचार तथा शनि ढैया के कारण वृथा भाग्दौर, क्रोध की अधिकता हो।

 

अक्तूबर कुछ सोचि योजनाओं में आंशिक सफलता मिले,पर धन लाभ सामान्य रहे।  घर-परिवार में शुभ मंगल कार्य भी होगा, ता. 17 से वृथा भ्रमण एबं खर्च भरेगा। वाहनादि का क्रय-विक्रय भी होगा। कृत कार्तिक माहाष्य का नित्य पाठ करें।

 

नवम्बर सूर्य नीच राशिगत एवं केतु संचार के कारण धन लाभ साधारण हो, मानसिक तराव एवं कोष अधिक रहे। परिवार में अकारण ही विरोधाभास और तनाव उत्पन्न हो । उत्तरार्ध में व्यर्थ यात्रा से परेशानी होगी। उपाय:आदित्यहृदय स्तोत्र का नित्यपाठ करें।

 

दिसम्बर विशेष परिश्रम एवं पारिवारिक सहयोग के बावजूद कार्यसिद्धि में विलम्ब होगा । परन्तु ता. 15 से सूर्य पंचमस्म होने से बिघ्नो के बावजूद कुछ बिगड़े कार्यों में सुधार होगा। मान प्रतिष्ठा में वृद्धि परंतु क्रोध अधिक रहे।

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