तुला राशि (Libra) (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
जनवरी – मासारम्भ में सप्तम भाव में शनि का प्रभाव दाम्पत्य जीवन में कुछ तनाव उत्पन्न कर सकता है। व्यवसाय में सहयोगियों से मतभेद हो सकते हैं। ता. 14 के पश्चात सूर्य का चतुर्थ भाव में संचार पारिवारिक वातावरण में शांति लाएगा। मकर संक्रांति पर गुड़-तिल का दान करें।
फ़रवरी – मास के प्रारंभ में शत्रु भाव में ग्रहों का संचार विरोधियों से सावधानी की आवश्यकता दर्शाता है। व्यर्थ के विवादों से बचें। उत्तरार्ध में सूर्य का पंचम भाव में होना विद्यार्थियों और संतान पक्ष के लिए शुभ है। आर्थिक लाभ के संकेत प्रबल होंगे।
मार्च – यह माह नई योजनाओं और रचनात्मक कार्यों के लिए अनुकूल है। भाग्य भाव में गुरु का दृष्टि संबंध आपकी किस्मत को प्रबल करेगा। परंतु शनि की दृष्टि मानसिक तनाव ला सकती है। यात्रा लाभदायक रहेगी। वरिष्ठों से सहयोग मिलेगा।
अप्रैल – अष्टम भाव में सूर्य और राहु का संयोग स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। गुप्त शत्रुओं से सावधानी बरतें। धन हानि के योग हैं। ता. 13 के पश्चात सूर्य नवम में आकर भाग्य को बल देगा। वैशाख संक्रान्ति से प्रतिदिन “श्री विष्णु सहस्रनाम” का पाठ करें।
मई – मासारम्भ में उच्च खर्च और परिवार में मतभेद के योग बनते हैं। विशेषकर भाई-बहनों से कहासुनी हो सकती है। उत्तरार्ध में धन लाभ के संकेत उभरेंगे। छात्रों के लिए समय शुभ रहेगा। पराक्रम में वृद्धि होगी।
जून – कार्यक्षेत्र में कठिन परिश्रम का समय है। परिश्रम के अनुसार फल कम मिलेगा। गुरु और शनि की युति से निर्णयों में उलझन संभव है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। उपाय: तुलसी के पौधे में प्रतिदिन जल अर्पित करें।
जुलाई – घर-परिवार में शुभ समाचार मिल सकते हैं। संतान सुख मिलेगा। दाम्पत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी। ता. 16 के पश्चात सूर्य का दसवें भाव में आना करियर के लिए शुभ संकेत देता है। कोई रुका हुआ कार्य पूर्ण हो सकता है।
अगस्त – यह माह व्यापार के लिए अनुकूल है। निवेश करने की योजना बनेगी। परंतु व्यर्थ खर्च और गुप्त शत्रुओं से सावधानी आवश्यक है। स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। उपाय: सोमवार को शिवलिंग पर जल अर्पित करें।
सितम्बर – लाभ स्थान में ग्रहों का गोचर आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगा। पुराने कर्ज चुकाने का अवसर मिलेगा। पारिवारिक सहयोग से आत्मबल बढ़ेगा। कार्यक्षेत्र में सराहना मिलेगी। मित्रों से लाभ होगा।
अक्टूबर – समय मिलाजुला रहेगा। यात्राएं अधिक होंगी, परन्तु परिणाम कुछ विशेष नहीं मिलेगा। दाम्पत्य जीवन में अनबन के संकेत हैं। वाणी पर संयम रखें। ता. 17 से सूर्य राशि में आने से आत्मविश्वास बढ़ेगा। उपाय: शुक्ल पक्ष के शुक्रवार को मां लक्ष्मी की आराधना करें।
नवम्बर – आर्थिक दृष्टि से यह माह सामान्य रहेगा। कुछ योजनाओं में बाधा आ सकती है। संतान पक्ष से चिंता रहेगी। उत्तरार्ध में परिस्थिति में सुधार आएगा। उपाय: आदित्यहृदय स्तोत्र का नित्य पाठ करें।
दिसम्बर – वर्ष के अंत में कार्यों में स्थिरता आएगी। अतीत के प्रयास अब फल देंगे। गृहस्थ जीवन में सुधार होगा। परन्तु स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। किसी पुरानी योजना में निवेश से लाभ मिल सकता है।